Mona Raj

---Mona Raj

From Purnia City

माना के जायज़ नहीं है तुमसे बेपनाह इश्क करना, 
लेकिन जब तुम्हें देखा तो ठान लिया यह गुनाह करना! 

फलसफा समझो न असरारे सियासत समझो,
जिन्दगी सिर्फ हकीक़त है हकीक़त समझो,
जाने किस दिन हो हवायें भी नीलाम यहाँ,
आज तो साँस भी लेते हो ग़नीमत समझो